राजस्थान के प्रमुख त्यौहार (Major festivals of Rajasthan)
इस पोस्ट में राजस्थान की प्रमुख त्यौहारौ का विस्तृत वर्णन किया गया है | त्यौहारौ के बारे में राजस्थान की लगभग हर एग्जाम में प्रश्न पूछे जाते है जैसे कि राजस्थान पुलिस, पटवार,रीट,एसआई आदि |
आगामी समय में राजस्थान लेवल की सभी एग्जाम के लिए ये टॉपिक काफी महत्वपूर्ण है ......
(31) भाई दूज (कार्तिक शुक्ल दूज)
- इस दिन बहन भाई के तिलक लगाकर उनके स्वस्थ व दीर्घायु होने की मंगलकामना करती है।(32) गोपालाष्टमी (कार्तिक शुक्ल अष्टमी)
- इस दिन गाय की पूजा की जाती है।(33) आवला नवमी/अक्षय नवमी (कार्तिक शुक्ल नवमी)
- आॅवले के वृक्ष की पूजा की जाती है।(34) देव उठनी ग्यारस (कार्तिक शुक्ल एकादशी)
- तुलसी विवाह इसी दिन होता है।- इसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहते है।
- इस दिन भगवान विष्णु चार माह तक निन्द्रावस्था में रहने के बाद जागते है इस दिन से ही समस्त मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाते है।
(35) महापर्व (कार्तिक पूर्णिमा)
- गुरू नानक जयन्ती।- कोलायत (बीकानेर) में कपिल मुनि का मेला लगता है।
- झालरापटन (झालावाड़) में चंद्रभागा का मेला लगता है।
- चुरू में साहवा का मेला भरता है।
- अजमेर में पुष्कर मेला भरता है।
(36) मकर सक्रांति (14 जनवरी)
- सन् 2008 में मकर सक्राति 15 जनवरी को थी। मकर सक्रांति को दिन सूर्य कर्क राशि में मकर राशि में प्रवेश करता है।(37) मोनी अमावस्या (माघ अमावस्या)
- इस दिन मोन व्रत किया जाता है।(38) बसंत पंचमी (माघ शुक्ल पंचमी)
- इस दिन भरतपुर में कृष्ण-राधा की लीलाओं का आयोजन होता है।- इस दिन कामदेव व रति की पूजा की जाती है।
- यह दिन बसन्त के आगमन का प्रथम दिवस माना जाता है।
(39) शिवरात्री (फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी)
- यह शिवजी का जन्मोत्सव है इस दिन शिव पुराण का पाठ किया जाता है।- घुष्मेश्वर महादेव मंदिर -शिवाड़ (सवाई-माधोपुर) की शिवरात्री प्रमुख है।
- इस दिन करौली में पशु मेला आयोजित होता है।
(40) होली (फाल्गुन पूर्णिमा)
- पत्थर मार होली – बाड़मेर- कोडामार होली – भीनाय (अजमेर)
- लट्ठमार होली -चांदनपुर (करौली)
- बादशाह मेला/सवारी- ब्यावर (अजमेर)
अन्य त्यौहार
- महावीर जयंती – चैत्र शुक्ल त्रयोदषी- हनुमान जयन्ती – चैत्र पूर्णिमा
- निर्जला एकादशी – ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को।
- देवशयनी एकादशी – आषाढ़ शुक्ल एकादशी को
- गुरू पूर्णिमा – आषाढ़ पूर्णिमा को।
- ऊब छट – श्रावण कृष्ण षष्टी
- हल हट्ट – भाद्र कृष्ण षष्टी
- तेजादशमी - भाद्रपद शुक्ल दशमी
- श्राद्ध पक्ष - भाद्र पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक
मुस्लिम त्यौहार
1. मोहर्रम :-
- मोहर्रम, हिजरी सन् का प्रथम महीना है।- यह त्यौहार कुर्बानी का त्यौहार है। मुहम्म्द साहब के बेटे इमाम हुसैन के षहीदी दिन को षेक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- इस दिन “ताषा” नामक वाद्ययंत्र के वादन के साथ ताजिये निकाली जाती है। ताजिया को कर्बला के मैदान में दफनाया जाता है।
2. ईद-उल-जूहा (बकरीद)
- यह कुर्बानी का त्यौहार है। जो पैगम्बर हजरत इब्राहीम द्वारा अपने लड़के हजरत इस्माइल की अल्लाह को कुर्बानी देने की स्मृति में मनाया जाता है।3.ईद-उल-मिलादुलनबी (बारावफात)
- मुस्लिम धर्म के प्रवर्तक हजरत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस को इस त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।- मुहम्मद साहब का जन्म मक्का (सऊदी अरब) में हुआ था।
4. ईद-उल-फितर (मिठी ईद)
- रमजान के महीने में रोजे रखे जाते है औरआ इस दिन सेवईयां बनाई जाती है।
जैन धर्म के त्यौहार
1. महावीर जयंती
- यह पर्व चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है।2.दशलक्षण पर्व
- यह पर्व चैत्र, भाद्र और माघ माह की शुक्ल पंचमी से पूर्णिमा तक मानाया जाता है।3.ऋषभ देव जयंती
- यह पर्व चैत्र कृष्ण नवमी को मनाया जाता है।4. पर्यूषण पर्व
- पर्यूषण पर्व भाद्र माह मे मनाया जाता है।- पर्यूषण का अर्थ तीर्थकरों की सेवा/पूजा करना है। जैन धर्म मे पर्युषण पर्व महापर्व कहलाता है।
5. रोट तीज
- यह पर्व भाद्र षुक्ल तीज को मनाया जाता है। इस दिन खीर व मिठी रोटी बनाई जाती है।सिक्ख धर्म के त्यौहार :-
1. वैषाखी
- वैषाखी का त्यौहार 13 अप्रैल को मनाया जाता है।- 13 अप्रैल 1699 को आनंदपुर साहिब (रोपड़ पंजाब) में गुरू गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।
2. गुरू गोविन्द सिंह जयंती
- यह पर्व पौष शुक्ल सप्तमी को मनाया जाता है। गुरु गोविन्द सिंह सिक्खों के दसवें व अंतिम गुरु थे।3. गुरू नानक जयंती
- गुरू नानक जयंती कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है।- गुरूनानक देव जी का जन्म 1469 ई. में तलवंडी (पंजाब) में हुआ था।
4.लोहड़ी
- यह त्यौहार मकर सक्रांति पर मनाया जाता है।ईसाई धर्म के पर्व
1. क्रिसमिस डे:-
- यह पर्व ईसा मसीह के जन्म दिन 25 दिसम्बर को मनाया जाता है |2. गुड फ्राइडे
- यह पर्व अप्रेल माह में मनाया जाता है। इस दिन ईसा मसींह को सूली पर चढ़ाया गया था।3.ईस्टर
- गुड फ्राइडे के बाद अगले रविवार ईसामसींह के पुनर्जन्म के रूप में मनाया जाता है।सिंधियों के त्यौहार :-
1.थदडी/बड़ी साक
- यह पर्व चैत्र कृष्ण सप्तमी को मनाया जाता है।2.चेटीचण्ड
- इसे झुलेलाल जयंती के रूप में मनाया जाता है।- यह पर्व चैत्र षुक्ल एकम् को मनाया जाता है।
3.चालिसा महौत्सव
- यह पर्व 40 दिन तक मनाया जाता है।हिन्दी महीनों के नाम – चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाठ, श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ, फाल्गुन ।
(बदी) कृष्ण पक्ष – अमावस्या(15)
(सुदी) शुक्ल पक्ष – पूर्णिमा(30)
- प्रत्येक महीने में 30 दिन होते है |
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