What is human trafficking(मानव तस्करी क्या है)
मानव तस्करी की परिभाषा (Meaning of Human trafficking)
किसी व्यक्ति को बल प्रयोग कर, डराकर, धोखा देकर, हिंसा जैसे तरीकों से भर्ती, तस्करी या बंधक बना कर रखना मानव तस्करी के अंतर्गत आता है| इसमें पीड़ित व्यक्ति से देह व्यापार, घरेलू काम, गुलामी इत्यादि कार्य पीड़ित व्यक्ति की इच्छा के विरुद्ध कराये जाते हैं|
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानव तस्करी नवीनतम प्रकार का अपराध है| यह आधुनिक प्रकार का अपराध देश के लगभग हर हिस्से में बहुत तेजी से फैल रहा है| बाल तस्करी के मामले में मानव तस्करी को परिभाषित करने के लिए किसी भी तरह की हिंसा या जबरदस्ती शामिल नहीं है| बस बच्चों को शोषणकारी परिस्थितियों में शामिल करना ही मानव तस्करी माना जाता है|
भारत में मानव तस्करी:
एनसीआरबी के मुताबिक वर्ष 2016 में भारत में आईपीसी के तहत ह्यूमन ट्रैफिकिंग के 5217 मामले दर्ज किए गए थे| वही 2017 में 2,854 मामले दर्ज किए गए और वर्ष 2018 में और कम हो कर 1830 ही मामले दर्ज हुये| हमे यह संदेह होता है कि कहीं इसके पीछे यह कड़वी हकीकत तो नहीं कि किन्हीं कारणों से मानव तस्करी के मामले दर्ज ही कम हो पा रहे हैं|
मानव तस्करी के मुख्य उद्देश्य हैं;
- जबरन वेश्यावृत्ति करना
- बंधक मजदूर बनाना
- जबरदस्ती भीख मांगना
- जबरन आपराधिकता में शामिल करना
- घरेलू गुलामी
- जबरन शादी करना
- जबरन अंग निकालना (जैसे किडनी, आँख, खून इत्यादि)
- जबरदस्ती नशीली दवाओं की तस्करी
मानव तस्करी के पीछे आम कारण हैं;
- गरीबी से बचने के लिए
- नौकरी पाने के लिए
- कुछ लोग नौकरी, यात्रा और आवास की व्यवस्था करने और अन्य प्रकार के जेब खर्च करने के लिए उधार ले लेते हैं लेकिन जब उन्हें जॉब नहीं मिलती है तो ये लोग उधार देने वाले लोगों का आसानी से शिकार बन जाते हैं.
- कुछ मामलों में तो तस्कर, लोगों के डाक्यूमेंट्स और अन्य जरूरी कागजात भी रख लेते हैं और जब तक उनका कर्ज नहीं चुकता हो जाता है तब तक ये लोग शोषण करते हैं|
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