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Tuesday, January 4, 2022

ब्रेल पद्धति: ब्रेल लिपि क्या है और इसमे कितने अक्षर होते है?

 ब्रेल पद्धति

ब्रेल पद्धति: ब्रेल लिपि क्या है और इसमे कितने अक्षर होते है?

प्रकार:         वर्णमाला (अरैखिक लेखन)
सृजनकर्ता: लुई ब्रेल
काल:         1821 से वर्तमान
मूल प्रणालियां: रात्रि-लेखन (नाइट राइटिंग)
                ब्रेल
यूनिकोड रेंज:         U+2800 to U+28FF
ISO 15924:      BraiBrai

ब्रेल पद्धति:

 यह एक तरह की लिपि है, जिसको विश्व भर में नेत्रहीन और आंशिक रूप से देखे जाने वाले लोगों द्वारा उन्हीं पुस्तकों और पत्रिकाओं को पढ़ने के लिए किया जाता है जो एक दृश्य फ़ॉन्ट में छपी होती हैं| इस पद्धति का आविष्कार 1821 में एक नेत्रहीन फ्रांसीसी लेखक लुई ब्रेल ने किया था। यह अलग-अलग अक्षरों, संख्याओं और विराम चिन्हों को दर्शाते हैं|


यह लिपि कागज पर अक्षरों को उभारकर बनाई जाती थी और इसमें 12 बिंदुओं को 6-6 की दो पंक्तियों को रखा जाता था, पर इसमें विराम चिह्न, संख्‍या, गणितीय चिह्न आदि नहीं होते थे। ब्रेल को वहीम से यह विचार आया। लुई ने इसी लिपि पर आधारित किन्तु 12 के स्थाण पर 6 बिंदुओं के उपयोग से 64 अक्षर और चिह्न वाली लिपि बनायी। उसमें न केवल विराम चिह्न बल्कि गणितीय चिह्न और संगीत के नोटेशन भी लिखे जा सकते थे। यही लिपि आज सर्वमान्य है| लुई ने जब यह लिपि बनाई तब वे मात्र 15 वर्ष के थे। सन् 1824 में पूर्ण हुई यह लिपि दुनिया के लगभग सभी देशों में उपयोग में लाई जाती है।


 
ब्रेल क्या है?
ब्रेल प्रत्येक अक्षर और संख्या, और यहां तक कि संगीत, गणितीय और वैज्ञानिक प्रतीकों का प्रतिनिधित्व करने के लिए छह बिंदुओं का उपयोग करके वर्णमाला और संख्यात्मक प्रतीकों का एक स्पर्शपूर्ण प्रतिनिधित्व है| ब्रेल का उपयोग नेत्रहीन और आंशिक रूप से देखे जाने वाले लोगों द्वारा उन्हीं पुस्तकों और पत्रिकाओं को पढ़ने के लिए किया जाता है जो एक दृश्य फ़ॉन्ट में छपी होती हैं|


ब्रेल यूनिकोड:

 यूनिकोड मानक में ब्रेल को 1999 के सितम्बर में शामिल किया गया। ब्रेल पैटर्नों के यूनिकोड U+2800 से लेकर U+28FF तक हैं। भारती ब्रेल इसमें से प्रथम ६४ (U+2800 से लेकर U+283F) का ही उपयोग करती है।

ब्रेल पैटर्न
  0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 A B C D E F
U+280x
U+281x
U+282x
U+283x
U+284x
U+285x
U+286x
U+287x
U+288x
U+289x
U+28Ax
U+28Bx
U+28Cx
U+28Dx
U+28Ex
U+28Fx






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