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Friday, October 9, 2020

Arab invasion on India(भारत पर अरबों के आक्रमण) Indian History ! For Delhi Police, UPSC, Scc, Bank etc....

भारत पर अरबों के आक्रमण(Arab invasion on India)

Arab invasion on India(भारत पर अरबों के आक्रमण) Indian History ! For Delhi Police, UPSC, Scc, Bank etc....


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मोहम्मद बिन कासिम

- कासिम का जन्म सउदी अरब में स्थित ताइफ शहर में हुआ था। 
- वह अल-सकीफ कबीले का सदस्य था। 
- उसके पिता कासिम बिन युसुफ थे | 
- उसने हज्जाज की बेटी जुबैदाह से शादी की | 

- भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम अरब शासक मुस्लिम मुहम्मद बिन कासिम था।
- मुहम्मद बिन कासिम ईरान के गवर्नर अल हज्जाज का सेनापति व दामाद था।
- 712 ई. में अल हज्जाज ने कासिम को भारत पर आक्रमण हेतु भेजा था।

- मुहम्मद बिन कासिम इस्लाम के शुरुआती काल में उमय्यद खिलाफत का एक अरब सिपहसालार था। उसे  17 साल की उम्र में भारतीय उपमहाद्वीप पर हमला करने के लिए भेज दिया गया। 
- मोहम्मद बिन कासिम के आक्रमण के समय सिंध का शासक दाहिर था।

- रावड़ का युद्ध - 20 जून 712 ई. को मोहम्मद बिन कासिम व सिन्ध के राजा दाहिर के बीच हुआ था। इस युद्ध में दाहिर पराजित हुआ था।
- दाहिर के पुत्र व ब्राह्मणवाद के राजा जयसिंह को पराजित कर कासिम ने इस पर अधिकार कर लिया।
- 713 ई. में मुल्तान को जीत कर कासिम ने बहुत सारा धन प्राप्त किया तथा इसका नाम स्वर्ण नगर रखा।
- भारत पर अरब आक्रमण की जानकारी ‘चचनामा’ नामक ग्रन्थ से मिलती है। यह ग्रन्थ अरबी भाषा में लिखा गया है।
- चचनामा ग्रन्थ के अनुसार 715 ई. में बगदाद के खलीफा सुलेमान के आदेश पर मुहम्मद बिन कासिम की हत्या कर दी गई।

- भारत में जजिया कर सर्वप्रथम मोहम्मद बिन कासिम ने लगाया था। सर्वप्रथम मुहम्मद कासिम ने सिंध के क्षेत्रों में ‘जजिया’ कर वसूल किया था। इस कर से बच्चे, अपाहिज, साधु-सन्त, ब्राह्मण एवं महिलाओं को मुक्त रखा गया।
- मोहम्मद बिन कासिम ने सिन्ध क्षेत्र में ‘दीनार’ नामक स्वर्ण मुद्राओं का प्रचलन किया था।
- अरब के लोगों भारत को हिन्दुस्तान कहते थे और भारत से ही उन्होंने अंक पद्धति, दशमलव पद्धति सीखी | अतः इस पद्धति को उन्होंने ‘हिन्दजा’ नाम दिया। और यूनानियों ने अरब के लोगों से अंक पद्धति व दशमलव पद्धति को सीखा व इसे ‘अरेबियन/अरेबिक न्यूमेरल्स’ नाम दिया गया।
- मुहम्मद बिन कासिम ने विष्णु शर्मा द्वारा लिखित पंचतंत्र का अरबी में अनुवाद करवाया था। पंचतंत्र के अरबी अनुवाद कलीला दमना कहां जाता है।
- ब्रह्मगुप्त द्वारा लिखित ब्रह्म सिद्धांत एवं खण्डखाद्य का अरबी में अनुवाद भारतीय विद्वानों की सहायता से अल-फाजरी ने किया। ब्रह्म सिद्धांत का अरबी नाम इल्म-उल-साहिब रखा गया था।
- खगोल शास्त्र पर आधारित पुस्तक किताब-उल-जिज की रचना अल-फाजरी ने की थी।
- किताब-फुतुल-अल-बलदान का लेखक बिलादुरी था।
- मीर मासूम द्वारा लिखित ग्रन्थ तारीख-ए-सिंध एवं मासूम-ए-सिंध से भारत पर किये गये अरबों के आक्रमण की जानकारी मिलती है।
- मोहम्मद बिन कासिम ने सिंध एवं मुल्तान आदि को जीता परन्तु वो अधिक आगे नहीं बढ़ सका।


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