भारत की प्रमुख नदियाँ और उनको याद करने का आसान तरीका - JANGIR ACADEMY | Online Study Portal

Friday, June 26, 2020

भारत की प्रमुख नदियाँ और उनको याद करने का आसान तरीका



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1 गंगा 
- गंगा का उद्गम गंगोत्री के पास गोमुख हिमानी
है.
- यह समुद्र तल से करीब 3900 मीटर की उंचाई पर है. 
बंगाल की खाड़ी में गिरती है। 
- भारत में गंगा की लंबाई 2525 किलोमीटर है.
- गंगा असल में अलकनंदा और भागीरथी का सम्मिलित नाम है.
- अलकनंदा और भागीरथी नदी देवप्रयाग में मिलकर मुख्य धारा गंगा नदी का निर्माण करती हैं.
- गंगा की प्रमुख सहायक नदियां है- यमुना, गंडक, घाघरा, कोसी.
- बंगाल की खाड़ी में मिलने से पहले गंगा नदी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, और पश्चिम बंगाल से गुजरती है.

2 सतलज 
- सतलुज मानसरोवर झील के पास स्थित राकस ताल से उत्पन्न होती है.
- समुंद्र तल से 4,555 मीटर की उंचाई पर है.
- कुल 1500 किलोमीटर, भारत में 1050 किलोमीटर.
- शिवालिक पर्वत श्रृंखला से गुजरती हुई पंजाब में प्रवेश करती है और चेनाब में मिल जाती है.
- लुधियाना और फिरोजपुर सतलुज के तटों पर स्थित हैं.

सिंधु या इंडस.
- तिब्बत में मानसरोवर झील के पास सानोख्याबाब हिमनद से उत्पन्न होती हैं सिंधु नदी.
  अरब सागर में गिरती है 
- कुल लंबाई 2, 880 किलोमीटर, भारत में 1114 किलोमीटर.
- सिंधु की सहायक नदियां सतलुज, चेनाब, रावी, व्यास और झेलम है.
- हिमालय से निकलने वाली सिन्धु नदी बह कर पकिस्तान चली जा
  है. 
- भारत और पाकिस्तान के बीच हुए एक करार के अनुसान सिन्धु, झेलम और चेनाब का केवल 20 फीसदी पानी ही भारत इस्तेमाल कर सकता है.

रावी
- कांगड़ा जिले के रोहतांग दर्रे के पास से उत्पन्न होती है.
- इसकी कुल लंबाई 725 किलोमीटर है.
- रावी का पौराणिक तथा वैदिक नाम परुषनी या इरावती भी है.
- पाकिस्तान के पंजाब में प्रवेश करने से पहले रावी पाकिस्तानी सीमा के साथ-साथ करीब 80  किलोमीटर तक बहती है

5 व्यास
- रोहतांग दर्रे के पास स्थित व्यास कुंड उत्पन्न होती है.
- समुंद्र तल से 4,330 मीटर की उंचाई पर है.
इसकी कुल लंबाई 470 किलोमीटर है.
- व्यास कुल्लू घाटी से बहती हुई धौलाधार पर्वत को पार कर पंजाब के मैदान में पहुंचती है.
- व्‍यास नदी का पौराणिक नाम अर्जिकिया या विपाशा है.
- देश में व्यास नदी जल विवाद काफी पुराना है. यह पंजाब और हरियाणा के बीच व्यास नदियों के अतरिक्त पानी के बंटवारे को लेकर है. मुकदमे सालों से अदालतों में हैं.

6.झेलम
- कश्मीर के बेरीनाग के पास शेषनाग झील से झेलम उत्पन्न होती है.
- इसकी कुल लंबाई 724 किलोमीटर है. भारत में 400 किलोमीटर.
- श्रीनगर में झेलम में शिकारे चलाए जाते हैं.

7.यमुना
- यमुना, बंदरपूंछ के पश्चिमी ढाल पर स्थित यमुनोत्री हिमानी से उत्पन्न होती है.
- यमुना की उंचाई समुंद्र तल से 6,316 मीटर है.
- इसकी कुल लंबाई 1,375 किलोमीटर है.
- इसकी सहायक नदियां हैं चम्बल, बेतवा, केन, हिंडन, शारदा.
- गंगा की सबसे महत्वपूर्ण उपनदी यमुना है.
- यमुना नदी 800 किलोमीटर तक गंगा के सामानांतर यानी पैरेलल चलती है.

8.चंबल
- मध्य प्रदेश में मऊ के पास स्थित जाना पाव पहाड़ी से उत्पन्न होती है.
- इसकी उंचाई समुंद्र तल से 616 मीटर है.
- उत्तर प्रदेश के इटावा से 38 किलोमीटर दूर यमुना नदी.
- इसकी कुल लंबाई 1,050 किलोमीटर है.
- देश के सबसे गहरे खड्डों का निर्माण करती है.
- इसकी सहायक नदियां हैं काली, सिंध, पार्वती, सिप्ता और बनास.

9.रामगंगा
- नैनीताल के पास मुख्य हिमालय श्रेणी का दक्षिणी भाग. से निकलती है 
- कन्नौज के पास गंगा नदी. में मिलती है 
- इसकी कुल लंबाई 696 किलोमीटर है.
- खोन इसकी प्रमुख सहायक नदी है.

10.शारदा या काली गंगा
- कुमाऊं हिमालय का मिलाम हिमनद से निकलती है 
- बहरामघाट के पास घाघरा नदी. में मिलती है 
- इसकी कुल लंबाई 602 किलोमीटर है.
- इसकी सहक नदियां हैं- सर्मा, लिसार, सरयू या पूर्वी रामगंगा और चौकिया.

11.घाघरा
- नेपाल में तकलाकोट से 37 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में म्पसातुंग हिमानी. से निकलती है 
- सारण और बलिया जिले की सीमा पर गंगा नदी.में मिलती है 
- इसकी कुल लंबाई 1080 किलोमीटर है.
- शिवालिक को पार करते समय शीशपानी नाम का 108 मीटर गहरे खड्ड का निर्माण.
- चौकिया और छोटी गंगा इसकी सहायक नदियां हैं.

12 गण्डक
- पटना के पास गंगा नदी से निकलती है 
- भारत में कुल लंबाई 425 किलोमीटर है.
- नेपाल में शालीमार और मैदानी भाग में नारायणी नाम से जानी जाती है.
-इसकी सहायक नदियां काली गण्डक और त्रिशूली गंगा है.
- इस नदी में मिलने वाले गोल गोल पत्थरों को शालिग्राम कहा जाता है.

13.कोसी
- गोसाईथान छोटी के उत्तर से निकलती है 
- करागोल के दक्षिण-पश्चिम में गंगा नदी में मिलती है 
इसकी कुल लंबाई 730 किलोमीटर है.
- इसकी मुख्य धारा अरुण नदी है.
- इसकी सहायक नदियां हैं- यारु, सूनकोसी, तामूर कोसी, लीखू, दूधकोसी, भोटकोसी.

14.सोन
- अमरकंटक की पहाड़ियां से निकलती है 
- पटना के पास गंगा नदी में मिलती है 
- इसकी कुल लंबाई 780 किलोमीटर है.
- इसका उद्गम नर्मदा के पास से होता है.


15.भ्रमपुत्र
- तिब्बत में मानसरोवर झील से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हिमानी. से निकलती है 
- इसकी ऊंचाई समुंद्र तल से 5,150 मीटर है.
- बंगाल की खाड़ी में गिरती है 
- इसकी कुल लंबाई 2,900 किलोमीटर है. भारत में 916 किलोमीटर.
- इसे तिब्बत में सांपू और असम में दिहांग भी कहा जाता है.
- इसकी सहायक नदियां हैं- डिबोंग लोहित, सेसरी, नोवा, दिहांग, धनसीरो, तिस्ता, जिंजराम आदि. 

16.नर्मदा
- विंध्याचल पर्वत श्रेणियों में स्थित अमरकंटक नाम के स्थान से निकलती है 
- समुंद्र तल से इसकी उंचाई 1,057 मीटर है.
- खम्भात की खाड़ी में गिरती है 
- इसकी कुल लंबाई 1,312  किलोमीटर है.
- जबलपुर में भेड़ाघाट कम्पास कपिलधारा जलप्रपात का निर्माण
- यह डेल्टा के बजाय एश्चुअरी बनाती है.

17.ताप्ति
- मध्य प्रदेश के वैतूल जिले से निकलती है 
-- सूरत के पास खम्भात की खाड़ी में गिरती है 
- इसकी कुल लंबाई 724 किलोमीटर है.
- इसकी सहायक नदी पूरणा नदी है.
- यह डेल्टा के बजाय एश्चुअरी बनाती है.

18.महानदी
-छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सिहावा के पास से निकलती है 
- बंगाल की खाड़ी में गिराती है 
- इसकी कुल लंबाई 815 किलोमीटर है.
- इसकी सहायक नदियां है ब्राह्मणी और वैतरणी.

19.शिप्रा
- मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की ककरी बरडी नमक पहाड़ी. से निकलती है 
- चंबल नदी में मिलती है 
- इसकी कुल लंबाई 560 किलोमीटर है.
- इसके किनारे उज्जैन का विख्यात महाकालेश्वर मंदिर है जहां हर 12 साल बाद कुंभ मेला लगता    है.

20.माही
- मध्य प्रदेश के धार जिले की महद झील से निकलती है 
- खम्भात की खाड़ी में गिरती है 
- कुल लंबाई 585 किलोमीटर है.
- इस नदी पर बजाज सागर बांध बनाया गया है.

21.लूनी
- अजमेर जिले में स्थित नाग पहाड़ से निकलती है 
- कच्छ की रन में गुरति है 
- इसकी कुल लंबाई 320 किलोमीटर है.
- यह एक नमकीन नदी है
- यह नदी थार मरुस्थल में लुप्त हो जाती हैं.

22.सोम
- उदैपुर जिले में बीछा मेंडा नामक स्थान से निकलती है 
- बपेश्वर के पास माही नदी में मिलती है 
-जोखम, गोमती और सारनी इसकी सहायक नदियां हैं.

23.साबरमती
- उदैपुर जिले में अरावली पर्वत पर स्थित जयसमुद्र झील से निकलती है 
- खम्‍भात की खाड़ी में गिरती है 
- इसकी कुल लंबाई 371 किलोमीटर है.
- इसे बेडच नदी भी कहा जाता है.

24.कृष्णा
- महाबलेश्वर के पास पश्चिम घाट पहाड़ से निकलती है 
 - इसकी उंचाई समुद्र तल से 1337 मीटर है
- तुंगभद्र, मूसी, अमरावती, भीमा, कोयना, पंचगंगा, आदि इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं.

25.गोदावरी
- महाराष्ट्र के नासिक जिले की एक पहाड़ी से निकलती है 
- बंगाल की खाड़ी में गिरती है 
- इसकी कुल लंबाई 1465 किलोमीटर है.
- इस नदी को वृद्धगंगा भी कहा जाता है.
- प्रवरा, पुरना, मंजरा, बेनगंगा आदि इसकी सहायक नदियां हैं.


26.कावेरी
- कर्नाटक के कुर्ग जिले में स्थित ब्रह्म गिरी पहाड़ी से निकलती है 
- बंगाल की खाड़ी में गिरती है 
- इसकी कुल लंबाई 800 किलोमीटर है
- समुंद्र तल से इसकी उंचाई 1341 मीटर है
- इसे दक्षिण भारत की गंगा के नाम से भी जाना जाता है.
- शिवसमुद्रम जलप्रताप श्रीरंगपट्टम की उपस्थिति इसका महत्व बाधा देती है. 


27.तुंगभद्रा
- कर्नाटक के पश्चिम घाट पहाड़ की गंगामूल चोटी से तुंगा और पास में ही काडूर से भद्रा नदी का उद्गम (से निकलती      है )
- इसकी कुल लंबाई 331 किलोमीटर है
- कुमुदवती, वर्धा, हिन्द आदि इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं.


आप नीचे दिए गये दोहे को अच्छी तरह से यद् कर लें और इसको कैसे प्रयोग में लाना है यह तो आप समझ ही गये होंगे अगर नहीं समझे हैं तो आप को नीचे हम बता रहे हैं की कैसे इस दोहे के माध्यम से भारत की प्रमुख नदियों के नामों को याद करने हैं| सबसे पहले आप को लाल रंग के शब्दों को प्रयोग में नहीं लाना है|

भारत की प्रमुख नदियाँ और उनको याद करने का आसान तरीका

दामोदर नदीमांमाही नदी
क्षक्षिप्रा नदीसोनसोन नदी
काकावेरी नदीमहानदी
पुत्रब्रम्हपुत्र नदीगंडक नदी
वेतबेतवा नदीताताप्ती नदी
गोमतीगोमती नदीकोकोसी नदी
घाघराघाघरा नदीनर्मदा नदी
रावी नदीगोदगोदावरी नदी
व्याब्यास नदीझेलमझेलम नदी
सिंधु नदीगंगा नदी
यायमुना नदीकृष्णाकृष्णा नदी
साबरमती नदीसतलज नदी
चेचेनाव नदीचंबल नदी


तो दोस्तों यह रही आप की लगभग  नदियों को यद् करने का सबसे आसान Trick जिसे आप कभी नहीं भूल सकते हैं| Readers अगर आप को आज का हमारा यह Post अच्छा लगा हो तो आप हमें Comment कर के जरुर बताएं| यह Post अपने दोस्तों के साथ share जरुर करें|

 Wish You All The Best For Your Examination 

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